23 March 2016

सुनू भोला दानी यौ

सुनू भोले भंडारी, आइ एलौं ये दुआरी
हम करै छी पुछारी, आरो गाबै छी नचारी
लिअ हमरो बात त मानी यौ
हे सुनू भोला दानी यौ

बिनु भक्ति के जीवन, जेना तीमन अछि अनोन
नहि अक्षत फूल अकोन, बस अर्पित अछि मोन
नित बसहा चरायब, गाजा भाँग बनायब
नित चरण दबायब, गंगाजल चढायब
हम कतहु सँ आनी आनी यौ
हे सुनू भोला दानी यौ

हम गहलौं तोर चरण, बस माँगै छी दर्शन
निज नोर चढ़ा कऽ हम, नित करै छी वन्दन
सुनू सुनू त्रिपुरारी, अहाँ राजा हम भिखारी
कने दया त देखाबू, हम अहाँ के पुजारी
नहि बेसी किछु हम जानी यौ

हम जनमहिँ सँ टूगर, नहि कतहु हमर घर
रहअ दिअ शरणमे सर, नहि चाही बेसी वर
कहय अशोक अलवाला, करू अहाँ अपन खेला
पुत अमित के बना कऽ, दुर करू ने झमेला
कहय संतोष कानी कानी यौ
हे सुनू भोला दानी यौ

एलवम- बाबा चलअ न बिहार
स्वर- अशोक अलवेला
कंपनी- सरगम म्यूजिक

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