गीत
निरमोहिया अहाँ भेलियै पिया
गामसँ किए चलि गेलियै पिया
आँखिमे नोर दऽ गेलियै पिया
इयादि अपन छोड़ि गेलियै पिया
भोर भेलै आ बाजल मुरूगबा
कली खिल कऽ बनि गेलै फूल
चहुँ दिश इजोतक भेलै राज्य
चलल परीन्दा बान्हि हुजूम
एहनमे इयादि आबि अहाँ
सब किछु भऽ गेल धुआँ धुआँ
आँखिमे नोर दऽ . . . . .
एलै वसंत आ एतै फागुन
आम महुआ गेलै मजरि
कू कू कुहकऽ लागल कोयलिया
मधुसँ मधुकर गेलै तरि
जाड़ बितल तरसैत ओछैना
इहो मास बितत अहाँ बिना
आँखिमे नोर दऽ . . . . . . .
17/02/2011
अमित मिश्र
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गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।