चाँद के ई अनुप रूप देखते-2
नैन झुकायल नै जाए .मन रोकल नै जाए
दाग चन्नामे होई छै तैयो .
हमर चाँन त' सच मे बेदाग छै
चमकैत लाल गाल देखते-2 नैन झुकायल नै जाए . . . .
बोली सरगम सुनाबै यै सदिखन .
केश कारी सँ' झहरैत फुहार छै
मद-मस्त भरल यौवन देखते-2
नैन झुकायल नै जाए . . . . .
कोन ठाम सँ' आयल ई परी
आई लुट' लेल दिल के खजाना
अमित बहकल ई तिरछी नजैर सँ'
मन रोकल नै जाए नैन झुकायल नै जाए
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गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।