मैथिली फगुआ गीत
राम जी खेलथि आई रंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क' सिया दैथ संग हे, जनक के अंगनबाँ
गम गम करय, आइ अंगना दलान रे
राम सिया के जोड़ी, लागै छै महान रे-2
स्नेहक बहि गेल गंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क.........
राम जी के हाथ, मे शोभै पिचकारी रे
सिया के सखी, सब केलक होशियारी रे-2
घोरि क' पियेलक, कने भंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क.......
भरत शत्रुघन, संग लछुमन खेलाबै छै
सिया के चरण मे, सब अबीर सटाबै छै-2
राम जी घोरै छथि फेर रंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क......
गीत सुनै आ देखै लेल लिंकके क्लिक करू
https://m.youtube.com/watch?v=ObNDDnsTuxA
No comments:
Post a Comment
गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।