दरभंगा के अंगा पहिर क, नाचै छें मधुबन्नी मे
जिला सहरसा मे ठोकी देतौ किल्ला, चलें कने बबुरबन्नी मे
नाया नाया माल लागै छें, कड़गर तोर जवानी छौ
अंग अंग मे नाशा भरल, लागौ सोना चानी छौ
कखनो बीयर रममे पैसल, कखनो देसी पन्नी मे
जिला सहरसा........
जाली जाली देहपर कपड़ा, लागौ मच्छरदानी छौ
भीतर बाहर चमचम करौ, गमगम तोर मुहानी छौ
अनमन तोरे रूप लागै छौ, विपासा आ सन्नी मै
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गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।