23 March 2016

ओढ़नी उड़ा क गोरी दिलके करैये चोरी

लागय देखअ मे कमाल, एकर गोरे गोरे गाल
एकर नागिन जेहन चाल, तैपर सोलह सतरह साल
नैना मारैये गोली....
ओढनी उड़ा कऽ .. ..
ओढनी उड़ा कऽ गोरी दिल के करैये चोरी

काँच कली ओ कचनार लगय
नैना नशीली तलवार लगय
ओकर कारी कारी बाल, तै पर ठोर लाले लाल
बोली जेना सुर ताल, करय बहुते सवाल
मुस्की लगैये छूरी। ..
ओढनी उड़ कऽ , ,,,,,,,,,,

फैसन मे माँतल हाइ फाइ लगय
हमर मोबाइलक वाइ फाइ लगय
घुमय हाट बजार, करय सबके बेमार
ओकर कजराके धार, करय खूब चमत्कार
जुड़ल हमरो प्रेमक डोरी
ओढनी उड़ क .............

हौ भोला बाबा आब विचार करअ
बनि जाइ कनियाँ से जोगार करअ
तूँहीं बनअ हमर नाह, अमित देतअ नित चाह
सब छौड़ा करत डाह, कहतै जोड़ी वाह वाह
बनय (गायक )संगे इ जोड़ी
ओढनी उडा क......

No comments:

Post a Comment

गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।