चलू ने दुअरिया, सजा देबै मैया के
ललकी चुनराया ओढ़ा देबै मैया के
पु-
कहू कहू माँ के कोन गहना चढेबै
स्त्री-
पायल चूड़ी हार माँ लय कंगना गढेबै
हाथ मे मेंहदी लगा देबै मैया के
ललकी चुनरिया✝✝✝✝...
स्त्री-
कौने रंग साड़ी देबै कौने रंग चुनरी
पु-
चम्पा रंग साड़ी देबै लाले रंग चुनरी
लाले लाल मंदिरबा बना देबै मैया के
ललकी चुनरिया.....
पु-
अशोक जी आनथिन माँ लय लले लाल फूलबा
स्त्री-
अन्नू जी देथिन माँ के लाले लाल सेनूरबा
अमित भजनिया सुना देतै मैया के
ललकी चुनरिया .......
तर्ज- बौरहबा तमसा गेलै दैया गे
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गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।