10 July 2017

मिथिला के प्रणाम

मिथिला वर्णन गीत

साँझ पराती जतऽ सुन्दर तान, ओहि मिथिला के अछि हमर प्रणाम
जाहि ठाँ सल्हेस राज भेलैये, विद्यापति के गाम यौ
साँझ पराती.......

आमक गाछपर झुल्ला जाहि ठाँ, नेना भुटका झूलै छै
ठुमकि ठुमकि कऽ सिया बहिनियाँ, आंगने आंगने बूलै छै
जाहि ठाँ ललायित भेल छथि राम, ओहि मिथिला...................

उदयन धर्मक धुजा उठेने, सगरो लाज बचाबै छै
जाहि ठाँ विदुषी भारती सन के, बेटी-पुतौह बनि आबै छै
जाहि ठाँ के चाकर शिव भगवान, ओहि मिथिला के............

सब मिल* जतऽ गीत सुनाबय, छन्द अमितक भावै छै
विद्यापति केर अरजल मैथिली, किर्ति धुजा फहराबै छै
जाहि ठाँ छै अनुपम माँछ आ मखान, ओहि मिथिला के ...........

अमित मिश्र

*गायकक नाम देल जाएत
एकरा गयबाक लेल संपर्क करू ।बिना अनुमतिक एकर प्रकाशन वर्जित अछि ।

11 April 2017

राम जी खेलथि आइ रंग हे

मैथिली फगुआ गीत

राम जी खेलथि आई रंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क' सिया दैथ संग हे, जनक के अंगनबाँ

गम गम करय, आइ अंगना दलान रे
राम सिया के जोड़ी, लागै छै महान रे-2
स्नेहक बहि गेल गंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क.........

राम जी के हाथ, मे शोभै पिचकारी रे
सिया के सखी, सब केलक होशियारी रे-2
घोरि क' पियेलक, कने भंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क.......

भरत शत्रुघन, संग लछुमन खेलाबै छै
सिया के चरण मे, सब अबीर सटाबै छै-2
राम जी घोरै छथि फेर रंग हे, जनक के अंगनबाँ
मुसकि क......

गीत सुनै आ देखै लेल लिंकके क्लिक करू
https://m.youtube.com/watch?v=ObNDDnsTuxA

02 April 2017

पिया जी रहै छै घूसल

गीत

पिया जी रहै छै घूसल, हरदम ह्वाटसेप पर
फेसबुक बाला एप पर ना
1
राखै छथि घरपर नै ध्यान, जाइ के छलै आइ दोकान
खतम भ' गेल सबटा आटा, नै छै राशन केर समान
आटा चक्की ताकै छै, गूगल बाला मैप पर
फेबबुक बला एप पर ना
2
पहिने करथि हमरा प्यार, ल' जाइथ घूमै लेल बजार
आब घोंटैथि खूब मोबाइले, बन्द क' घरक सब केबार
पित्ते माहुर होइ मन, पिया संगे गैप पर
फेसबुक बाला एप पर ना
3
दूनू बच्चा भेल अबारा, आब उप्पर बाला के सहारा
पहिने करै छलथि माहटरी, भेलथि नम्बर एक नकारा
नाचै छथि अपने ताले, जियो बाला रैप पर
फेसबुक बला एप पर ना

अमित मिश्र

08 January 2017

भोला बाबा यौ जीवन हमर कठोर

भोला बाबा यौ, जीवन हमर कठोर
जनमहिं सँ हम विपति के मारल-2
नैना सँ बहै अछि नोर
भोला बाबा यौ......
1
जनम त कानिते भेल यौ बाबा, कानिते बीतल भोर-2
साँझ पहर धरि नोरे बहाओल, पापी केहन बेजोड़
भोला बाबा............
2
केलक ने कहियो स्नेह त कियो, लेलक ने कियो कोर-2
निर्माले सन अहूँ त तेजलौं, देलहुँ विपति अघोर
भोला बाबा यौ.......
3
केहन अदिन्ता, भाग हमर छै, पुण्य केलहुँ नै थोड़-2
अन्त समय यमराज जखन एल, धयलहुँ चरणा तोर
भोला बाबा यौ.......

हमर मिथिला ककरोसँ कम नै

खा कऽ दही चुड़ा चिन्नी, भाँग भरि लोटा पीबी-2
हे यौ हमरा सन ककरो तँ दम नै
हमर मिथिला ककरोसँ कम नै -4
1
बाड़ी झाड़ी मे साग फड़ै छै
नवकी भौजी मखान भुजै छै
हे नीक नीकुत भोजन करी, माँछ पान खा कऽ जीबी-2
हेयौ हमरा सन बाजब नरम नै
हमर मिथिला ककरोसँ कम नै
2
दरभंगा जयनगर घुमै छी
मंडन अयाचीक गाथा गबै छी
हे तुलसी चौरा सीरा नीपी, गीत विद्यापतिक गाबी-2
कतौ हमरा सन सीता जनम नै
हमर मिथिला . . . . . . .
कमला कोशी बलान बहैये
अनधन सँ खरिहान भरैये
हमर उगना हमर राम, सबसँ नीक मिथिला धाम- 2
हेयौ हमरा सन ककरो करम नै
हमर मिथिला ककरोसँ कम नै

06 June 2016

मारै ये सासु के झोंटा पकरि...मुखिया जी के बेटा....करब हु ला ला ला

1
हे हे पुतौह तऽ लेलकै झोंटा पकरि
मारै ये साउस के भूँइयाँ रगड़ि
बुढ़िये पर गेलैये तामस तऽ झरि
मारै ये साउस.......

भोरे ई भागै छै, साँझे मे आबै छै
किच्छो जँ पूछै तऽ, बेलना चलाबै गै
गेलै बुढ़िया...
गेलै बुढ़िया के एगो तऽ दाँतो उपरि
मारै छै साउस........

मुँहें लगाबै छै, बाहर सुताबै छै
भोजन जँ माँगै तऽ, बसिया खुआबै छै
खा खा मौगी....
खा खा मौगी मलपूआ तऽ गेलै पसरि
मारै छै साउस........

चलती चलाबै छै, बात ने मानै छै
घरबाला अमित के, नहिये गुदानै छै
भेलै अशोक के बात के नहियें असरि
मारै छै साउस......

2
घघरा चोली देलकौ आब इतर बाँटै छौ
जो गे मुखिया जी के बेटा घर के भीतर बजबै छौ
हे गे मुखिया जी के बेटा तोरा भीतर बजबै छौ

भितर मे जा कऽ कने करिहें कनफुसकी
रसे रसे लिहें गोरी लभ के चुस्की
अपन कलम सँ सब टा सिगनेचर करबै छौ
जो गे मुखिया जी के बेटा घर के भीतर बजबै छौ

अपन जवानी के तूँ कैश कऽ लिहें
इन्दरा आवास अपन नाम करबबिहें
सब सरकारी योजना तोरे भीतर चलबै छौ

अगिला चुनावमे नाम तोहर चलतौ
अमित अशोक संगे ठार तोरा करतौ
रतिये भरि मे बड़का चमत्कार करबै छौ

3

आबे पाजा, आबे पाजा-8
आबें पाजा मे हे आबे पाजा मे
आबें पाजा मे खोलि अपन ताला
कि करब संगे हुला ला ला

जंग लागल छौ तोहर मशिन मे
देबौ मोबिल तऽ चलतौ दू दिन मे
लोड करऽ दे हे लोड करऽ दे
लोड करऽ दे आब तोहर डाला
कि करब संगे हु ला ला ला

आइ एलियौ ये पन्नी चढ़ा कऽ
जेबौ तोरो तऽ नस नस हिला कऽ
आब रेड्डी छौ हे आब रेड्डी छौ
आब रेड्डी छौ दू फिट्टा भाला
कि करब संगे हु ला ला ला

नरम नरम छौ तोहर कलैया
किछ चुभतौ तऽ करबें हाइ दैया
कने कऽ ले ने, हे कने कऽ ले ने
कने कऽ ले ने जोवन केबाला
कि करब संगे हु ला ला ला

खेल अशोक संग छुप्पन छुपाइ
टूटत खटिया आ फाटतै रजाइ
कने अमित के पीबें होठ प्याला
कि करब संग हु ला ला ला

Album- chhitki mair detau
Singer- ashok albela

Shadi ke maza kuware me la k

शादी के माजा कुँवारे मे ल कऽ जवान भ गेलहीं
ससुरl मे जा क की करबें गे बुची नहिरे मे तूँ तुफान भऽ गेलहीं

पागल करै छें मोहल्ला के हरदम छौड़ा मे भेलै हल्ला गै
किओ बजाबौ किओ घुमाबौ किओ पिसै छौ मसल्ला गै
तोरे चुसै छौ सब किओ बुची पान भऽ गेलहीं
सासुर मे ...................

टाइट फिटींग बड़ लाइट मारै छौ यौवन करै छौ फाइट गै
फुलल फुलल मलपुआ लगै छें किओ लेतौ दाँत काइट गै
मीना बजार के सस्ता तू दोकान भऽ गेलहीं
सासुर मे................

कहै छें जाइ छी करै लए हम कोचिंग, गाछी मे होइ छौ सेटिंग गै
अमित संगे किरकेट खेलै छें अशोक करै छौ बैटिंग गै
तते भेलौ ये यूज टुटल मकान भऽ गेलहीं

Singer- ashok albela
Album- chhitki mair detau