सासु करैये गंजन गंजन, ननदि पढ़ैये गारि
हे यौ बाबू यौ , आब ने जेबै कहियो हम ससुरारि
1
नीक निकुत किछु खाइले ने देये
बिन गलती केँ बात कहेये-2
छोटका देवरबा कहू की बाबू-2
खोजैये खूबे अरारि
हे यौ बाबू यौ-2 आब ने जेबै कहियो हम ससुरारि
2
झगड़ै के हरदम मौका ताकैये
बड़की दियादनी आनि करैये-2
छोटकी सेहो पुरखाइन बनैये-2
चलैये जेना बिहारि
हे यौ बाबू यौ, आब ने जेबै कहियो हम ससुरारि
3
पिया मुँह दुब्बर परदेशे बसैये
ताहू कारण नै मोन लागैये-2
आँखि देखाबैये अमित मिश्रा-2
मोने मोन लेलौं बिचारि
हे यौ बाबू यौ, आब ने जेबै कहियो हम ससुरारि
नोट- ई गीत गेबाक लेल संपर्क क सकै छी ।
No comments:
Post a Comment
गीत पढ़बाक लेल धन्यवाद, एहिपर अहाँक टिपणीक बाट जोहै छी ।